Concerts and Lectures

मैट्रोपोलिटन संग्रहालय समारोह (Metropolitan Museum Concerts) अरब जगत , तुर्की , ईरान , मध्य एशिया  और उत्तरकालीन दक्षिण एशिया   की कलाकृतियों के लिए नई गैलरियों का उत्सव मना रहा है।

2011-12 के पूरे सत्र के दौरान, मैट्रोपोलिटन संग्रहालय समारोहों (Metropolitan Museum Concerts) में शृंखलाबद्ध कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे जिनमें विविध प्रकार के कलाकार, अरब जगत (Arab Lands), तुर्की (Turkey), ईरान (Iran), मध्य एशिया (Central Asia) और उत्तरकालीन दक्षिण एशिया (Later South Asia) की कलाकृतियों के लिए 1 नवम्बर, 2011 को खुलने वाली नई गैलरियों के क्षेत्रों और संस्कृतियों से या इनके द्वारा प्रेरित, संगीत प्रस्तुत करेंगे।

प्रशंसित समारोह शृंखला 2011–2012 में अपना 58वां सत्र आयोजित कर रही है।

नई गैलरियों में मैट्रोपोलिटन संग्रहालय (Metropolitan Museum) के इस्लामिक कला विभाग के उत्कृष्ट संग्रह—दुनिया में इस सामग्री के सबसे विशाल भंडारों में से एक—15 गैलरियों के पूरी तरह से नवीनीकृत, विस्तारित और फिर से संस्थापित समूह का अनावरण होगा। भौगोलिक क्षेत्र के हिसाब से गैलरियों की संरचना अनेक विशिष्ट संस्कृतियों को रेखांकित करते हुए, 1300 वर्षों की अवधि के दौरान, इस्लामिक जगत की समृद्ध विविधता पर बल देगी।

संबंधित समारोहों में निम्नलिखित शामिल होंगे:

- “उल्लासित संगीत!” (Ecstatic Music!) हसन हकमून (Hassan Hakmoun) की मंडली और नाजमुद्दीन सैफुद्दीन भाइयों (Najmuddin Saifuddin Brothers) की मंडली गनोआ और कव्वाली परम्पराएं पेश करेगी – दो जाने माने दक्ष कलाकार और उनकी मंडलियाँ उत्तरी अफ्रीका और दक्षिण एशिया के मंत्रमुग्ध कर देने वाले प्रशंसा गीत पेश करेंगी। गनोआ की आध्यात्मिक अवचेतना परंपरा का प्रतिनिधित्व करते हुए, मोरक्को के हसन हकमून (Hassan Hakmoun) की मंडली और सूफी कव्वाली परंपरा से जुड़ी पाकिस्तान के नाजमुद्दीन सैफुद्दीन भाइयों (Najmuddin Saifuddin Brothers) की मंडली अपना विशेष संगीत पेश करेगी और ये विशेष रूप से आयोजित समापन कार्यक्रम के लिए एक साथ नज़र आएंगे।
शनिवार, 29 अक्तूबर, 2011, शाम 7:00 बजे
इस कार्यक्रम को इस्लामिक कला के लिए डोरिस ड्यूक प्रतिष्ठान (Doris Duke Foundation) द्वारा उदारतापूर्वक सहयोग दिया गया है।

- “उल्लासित संगीत!” (Ecstatic Music!) पारिवारिक समारोह – हसन हकमून (Hassan Hakmoun) की मंडली और नाजमुद्दीन सैफुद्दीन भाइयों (Najmuddin Saifuddin Brothers) की मंडली एक घंटे का पारिवारिक कार्यक्रम पेश करेगी   ड्रम सोलो और कलाबाज़ी वाले नृत्य के साथ गनोआ और कव्वाली परंपराओं पर प्रकाश डालने वाले पहलू

रविवार, 30 अक्तूबर, 2011, दोपहर 3:00 बजे
इस कार्यक्रम को इस्लामिक कला के लिए डोरिस ड्यूक प्रतिष्ठान (Doris Duke Foundation) द्वारा उदारतापूर्वक सहयोग दिया गया है।

कव्वाल नाजमुद्दीन सैफुद्दीन भाइयों (Najmuddin Saifuddin & Brothers) की प्रस्तुति कारवां सराय: वह स्थान जहाँ संस्कृतियों का मिलन होता है (Caravanserai: A place where cultures meet), का एक हिस्सा है । कारवां सराय एक अभूतपूर्व पहल है जिसे कलाओं को प्रवेश बिंदु के रूप में इस्तेमाल करते हुए अमेरिकी समुदायों और समकालीन मुस्लिम समाजों के बीच वार्ता शुरू करने और इसके प्रसार लिए तैयार किया गया है, और इसका प्रबंधन अमेरिकी क्षेत्रीय कला संगठनों (U.S. Regional Arts Organizations) की ओर से आर्ट्स मिडवेस्ट (Arts Midwest) द्वारा किया गया है।

- तबलावादन (Tablaphilia) – तबला उस्ताद और संगीतकार समीर चटर्जी (Samir Chatterjee) के संगीत निर्देशन और आयोजन के तहत भारतीय तबला (ड्रम) वादकों और गायकों की एक विशेष संगीत रचना। तबलावादन हिंदू दर्शन के जीवन के चार चरणों (आश्रमों)—ब्रह्मचर्य, गृहस्थ, वाणप्रस्थ और सन्यास—की तबले की अमूर्त भाषा के जरिए व्याख्या करेगा। सोमवार, 31 अक्तूबर, शाम 6:30 बजे, ग्रेट हॉल में

- “बाबर के पदचिह्नों पर: मुगलों की धरती से संगीत के मिलन” (In the Footsteps of Babur: Musical Encounters from the Lands of the Mughals) – पेश करते हैं संगीतकार हुमायूं साखी (Homayun Sakhi), अफगान रबाब; राहुल शर्मा (Rahul Sharma), संतूर; सलार नादेर (Salar Nader), तबला और जरबाघली; सिरोजीद्दीन जुरेव (Sirojiddin Juraev), दुतार और तंबूर; और मुख्तर मुबारककादोमोव (Mukhtor Muborakqadomov), बड़ाखशानी सितार, यह कार्यक्रम आगा खां संगीत पहल (Aga Khan Music Initiative) द्वारा समर्थित कलात्मक सहयोग से विकसित नए संगीत का कार्यक्रम है। मुगल दरबारों में दृश्यात्मक छवियों और आनंद से भर देने वाले संगीत-बनाने के साहित्यिक विवरणों से प्रेरित, संगीत पहल अफगानिस्तान, भारत और तजाकिस्तान से संगीतकारों को एक साथ लाती है, जिसका मकसद नई स्वरलहरियाँ सृजित करने के लिए उनकी प्रतिभाओं, परंपराओं और संगीत के उपकरणों का संगम कराना है।
शुक्रवार, 9 दिसंबर, शाम 7:00 बजे
इस कार्यक्रम को आगा खां संगीत पहल (Aga Khan Music Initiative) के सहयोग से प्रस्तुत किया गया है, जो कि आगा खां संस्कृति ट्रस्ट (Aga Khan Trust for Culture) का एक कार्यक्रम है।

- समारोह में मैट्रोपोलिटन संग्रहालय के कलाकार (Metropolitan Museum Artists in Concert) – संग्रहालय की प्रख्यात मंडली नई गैलरियों से प्रेरित एक कार्यक्रम पेश करेगी: स्ट्रॉस (Strauss) के पियानो चतुष्टय की चार रचनायें; सुल्खान सिंत्साद (Sulkhan Tsintsadze) के स्ट्रिंग चतुष्टय के लिए लघुचित्र; वाश शराफयान (Vache Sharafyan) की पियानो चतुष्टय (2003) के लिए मोर की रूपरेखा (Adumbrations of the Peacock); मंडली के सदस्य कोलिन जैकबसन (Colin Jacobsen) की एक रचना; शोस्टाकोविच (Shostakovich) के जी माइनर, ऑप (G Minor, Op) 57 में पियानो पंचक (2003)।
शनिवार, 17 दिसंबर, 2011, शाम 7:00 बजे
इस समारोह को ब्रॉडस्की परिवार प्रतिष्ठान (Brodsky Family Foundation) द्वारा उदारतापूर्वक सहयोग दिया गया है।

- केलान कल्हार (Kaylan Kalhor) – कमांचेह (kamancheh) (झुके हुए तारों वाला पर्शियन वाद्ययंत्र) पर अंतर्राष्ट्रीय रूप से ख्यातिप्राप्त संगीतकार, जिन्हें यो-यो मा (Yo-Yo Ma) के सिल्क रोड प्रोजेक्ट के साथ सहयोग के लिए जाना जाता है, ग्रैमी पुरस्कार के लिए तीन बार नामित हुए व्यक्ति हैं। वे परंपरागत पर्शियन संगीत की शाम पेश करेंगे।
शनिवार, 28 जनवरी, 2012, शाम 7:00 बजे

- फाज़िल से (Fazil Say) – प्रख्यात तुर्की पियानोवादक और संगीतकार, जिन्हें जैज़ के साथ साथ शास्त्रीय रंगपटल के साथ अपने कार्यों के लिए जाना जाता है, एक कार्यक्रम पेश करेंगे जिसमें जेनेकेक (Janáček) के पियानो सोनाटा और प्रोकोफीव (Prokofiev) के पियानो सोनाटा नं. 7 के अतिरिक्त उनकी अपनी अनेक रचनाएं होंगी:: ब्लैक अर्थ (Black Earth), थ्री बैलड्स (Three Ballades), पेगनिनी जैज़ वेरिएशन्स (Paganini Jazz Variations), इनसाइड सेरेल (Inside Serail), अल्ला तुर्का जैज़ (Alla Turca Jazz) और समरटाइम वेरिएशन्स (Summertime Variations)।
शुक्रवार, 20 अप्रैल, 2012 शाम 7:00 बजे

- जोर्डी सावाल (Jordi Savall) – “प्रारंभिक संगीत सुपरस्टार” (Early Music Superstar) (दी न्यूयार्क टाइम्स) भूमध्यसागरीय संस्कृतियों में नृत्य, लेमेंटोज और स्टैमपिट्ट के एक कार्यक्रम- “ला लीरा द एस्पेरिया” (La Lira D’Espéria), के साथ मैट्रोपोलिटन संग्रहालय (Metropolitan Museum) लौटे हैं। जोर्डी सावाल रबाब, विएले और लीरा बजाएंगे और संतूर, मोरिस्का और तालवाद्य बजाते हुए उनके साथ शामिल होंगे दिमित्री सोनिस (Dimitri Psonis)।
मंगलवार, 12 जून, 2012, शाम 7:00 बजे

- सिरेन (Cirène) – न्यूयार्क के कुछ सर्वश्रेष्ठ युवा कलाकारों की मंडली—वायलिन वादक कोलिन जैकबसन (Colin Jacobsen ) के नेतृत्व में (समारोह में मैट्रोपोलिटन संग्रहालय के कलाकार (Metropolitan Museum Artists in Concert), द नाइट्स (The Knights), ब्रुकलिन राइडर (Brooklyn Rider))—सिरेन दुनिया भर की शाश्वत कथाओं की फिर से परिकल्पना करते हैं और उन्हें नृत्य, संगीत और जीवंत पेंटिंग तथा एनीमेशन की प्रस्तुतियों के रुप में पेश करते हैं। नई गैलरियों द्वारा प्रेरित इस पारिवारिक समारोह के लिए, इस क्षेत्र की लोककथाएं मौलिक संगीत, नृत्य और जीवंत एनीमेशन के रूप में तैयार की जाएंगी।
शनिवार, 16 जून, 2012, दोपहर 3:00 बजे


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